श्लोक:
अमृतकलशहस्तं श्रीपतेर्यानकेतुम्
सुररिपुनिवहारिं सोमसूर्यादिगीतम्
अमितबलमशेषप्राणिनां प्राणभूतम्
निगममयशुभाङ्गं भावयाम्याप्तकामम् ।।३।।
वैनतेयं विराजन्तं विष्णुवाहनमुत्तमम्
वैकुण्ठाश्रयमाम्नायकायं गायामि कामदम्।।४।।
गीतं ।।२।।
मुखारी - अटताल:
प।। श्रीनारायणवाहन श्रितमुनिजन मण्डलपालन ।।
अनु ।। विनतावर तनय वेदाङ्गशुभकाय
विविधाविश्वालय वीर मां पायल ।।श्री।।
सकलजगत्प्राणदायक सुरसन्नुत सर्व विनायक
विकट सुर रिपुविदारक विश्वविपुलकल्याणविधायक
अकळङ्क शितिकण्ठ आश्रितवैकुण्ठ
विकचकमलतुण्ढ विगतमोहकाण्ड
शकलितपाषण्ढ शत्रुहर प्रचण्ड
अधिकबलोद्दण्ड अद्भुतदोर्दण्ड श्री.... १।।
अशुभतिमिरचण्डभास्कर सामविशदघोषपक्षभासुर
मशकीकृतसकलासुर मञ्जुमणिरशनाशेषशुभकर
असुरभयङ्कर अमृतकलशहर
कुसुमनिचयभार क्रूरभुजगहार
असद्दशाचलाकार आश्रितशुभकर
लसदरुणाधर लीलामयशरीर श्री.... २।।
निरवधिकामलपराक्रम नित्यनिर्मल खलदुरतिक्रम
मुररिपुचरणाब्जसंभ्रम मुनिनारायणतीर्थमतिरम
अरविन्दलोचन अघबन्धमोचन
सुररिपुशासन सोमरविनयन
परिजनपालन पामरविदळन
कृतगुरुसेवन गोकुलभवन श्री.... ३।।
अमृतकलशहस्तं श्रीपतेर्यानकेतुम्
सुररिपुनिवहारिं सोमसूर्यादिगीतम्
अमितबलमशेषप्राणिनां प्राणभूतम्
निगममयशुभाङ्गं भावयाम्याप्तकामम् ।।३।।
वैनतेयं विराजन्तं विष्णुवाहनमुत्तमम्
वैकुण्ठाश्रयमाम्नायकायं गायामि कामदम्।।४।।
गीतं ।।२।।
मुखारी - अटताल:
प।। श्रीनारायणवाहन श्रितमुनिजन मण्डलपालन ।।
अनु ।। विनतावर तनय वेदाङ्गशुभकाय
विविधाविश्वालय वीर मां पायल ।।श्री।।
सकलजगत्प्राणदायक सुरसन्नुत सर्व विनायक
विकट सुर रिपुविदारक विश्वविपुलकल्याणविधायक
अकळङ्क शितिकण्ठ आश्रितवैकुण्ठ
विकचकमलतुण्ढ विगतमोहकाण्ड
शकलितपाषण्ढ शत्रुहर प्रचण्ड
अधिकबलोद्दण्ड अद्भुतदोर्दण्ड श्री.... १।।
अशुभतिमिरचण्डभास्कर सामविशदघोषपक्षभासुर
मशकीकृतसकलासुर मञ्जुमणिरशनाशेषशुभकर
असुरभयङ्कर अमृतकलशहर
कुसुमनिचयभार क्रूरभुजगहार
असद्दशाचलाकार आश्रितशुभकर
लसदरुणाधर लीलामयशरीर श्री.... २।।
निरवधिकामलपराक्रम नित्यनिर्मल खलदुरतिक्रम
मुररिपुचरणाब्जसंभ्रम मुनिनारायणतीर्थमतिरम
अरविन्दलोचन अघबन्धमोचन
सुररिपुशासन सोमरविनयन
परिजनपालन पामरविदळन
कृतगुरुसेवन गोकुलभवन श्री.... ३।।
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